इंटरनेट भी कमाल की जगह है, नहीं? एक तरफ़ आपको कोई वीडियो मिलेगा जो कहेगा, "स्पिरुलिना खाओ, दस किलो घटाओ!" और ज़रा सा स्क्रॉल करते ही दूसरा एक्सपर्ट बताएगा, "सावधान! स्पिरुलिना से आपका वज़न बढ़ सकता है!" अब आप और मैं, हम जैसे आम लोग, कॉफी का कप हाथ में लिए बस यही सोचते रह जाते हैं - भाई, आख़िर सच क्या है?
ईमानदारी से कहूँ तो मैं भी इसी कन्फ्यूजन का शिकार था। मेरे एक जिम वाले दोस्त ने इसकी तारीफों के पुल बांध दिए, और मैंने सोचना शुरू ही किया था कि इसे अपने रूटीन में शामिल करूँ, तभी मैंने एक ऑनलाइन फोरम पर किसी का डरावना अनुभव पढ़ लिया। उनका दावा था कि इसे लेना शुरू करने के बाद उनका वज़न घटने की बजाय बढ़ने लगा। बस, हो गया सत्यानाश मेरे सारे मोटिवेशन का।

तो मैंने सोचा, चलो इसकी तह तक जाते हैं। आख़िर ये छोटा-सा, तालाब में उगने वाला शैवाल ऐसा क्या करता है जो इसके बारे में इतनी मिली-जुली राय है? क्या ये दोस्त है या दुश्मन? चलिए, इस उलझन को आज सुलझाते हैं।
सबसे पहले, इस ग़लतफ़हमी को दूर करते हैं
चलिए, एक बात साफ़ कर लेते हैं। सीधे-सीधे कहा जाए, तो स्पिरुलिना अपने आप में वज़न बढ़ाने वाला कोई राक्षस नहीं है। बल्कि, ज़्यादातर रिसर्च और न्यूट्रिशनिस्ट इसे वज़न घटाने में मददगार मानते हैं। क्यों? इसके पीछे सीधा-सा विज्ञान है।
यह पोषक तत्वों का पावरहाउस है, जिसमें कैलोरी बहुत कम होती है। सोचिए, एक चम्मच पाउडर में आपको ढेर सारा प्रोटीन मिल जाता है, जो आपके पेट को भरा हुआ महसूस कराता है। जब पेट भरा लगता है, तो आप अपने आप ही उल्टी-सीधी चीज़ें खाने से बचते हैं। इसे कहते हैं तृप्ति (Satiety) का एहसास। यही कारण है कि डाइटिंग करने वाले लोग इसे अपनी स्मूदी या जूस में मिलाना पसंद करते हैं। यह एनर्जी भी देता है, वो भी बिना ज़्यादा कैलोरी के। तो फिर ये सवाल क्यों उठता है कि क्या स्पिरुलिना से वज़न बढ़ता है? यहीं पर कहानी में एक दिलचस्प मोड़ आता है।
तो फिर वज़न बढ़ने वाली बात में कितनी सच्चाई है?
यहाँ आपको थोड़ा गहराई से सोचना होगा। स्पिरुलिना खुद वज़न नहीं बढ़ाता, लेकिन कुछ स्थितियाँ ऐसी हैं जहाँ इसे लेने के बाद आपको वज़न में इज़ाफ़ा दिख सकता है। और मज़ेदार बात यह है कि इसमें गलती स्पिरुलिना की नहीं, बल्कि हमारे इस्तेमाल करने के तरीके की होती है।

1. आप इसे किसके साथ ले रहे हैं?
यह सबसे आम गलती है। मान लीजिए, आप सोचते हैं कि "स्पिरुलिना हेल्दी है" और आप उसे चीनी, फुल-फैट दूध, चॉकलेट सिरप और आइसक्रीम से भरी "हेल्दी" स्मूदी में मिला लेते हैं। तो वज़न स्पिरुलिना से बढ़ेगा या उस 500-कैलोरी वाली स्मूदी से? स्पिरुलिना तो बस एक छोटा-सा हिस्सा है। स्पिरुलिना खाने का सही तरीका यह है कि आप इसे कम कैलोरी वाले लिक्विड, जैसे पानी, नारियल पानी, या बिना चीनी वाली दही या स्मूदी के साथ लें।
2. "अच्छा वाला" वज़न बढ़ना (मसल गेन)
रुको, ये वाला पॉइंट सबसे दिलचस्प है। स्पिरुलिना प्रोटीन से भरपूर होता है। प्रोटीन मांसपेशियों के बिल्डिंग ब्लॉक्स होते हैं। अगर आप एक्सरसाइज़ कर रहे हैं, ख़ासकर वेट ट्रेनिंग, और अपनी डाइट में प्रोटीन के स्रोत के तौर पर स्पिरुलिना शामिल करते हैं, तो आपका मसल मास बढ़ सकता है। और आपको तो पता ही है कि मसल्स का वज़न फैट से ज़्यादा होता है। तो हो सकता है कि वज़न का काँटा थोड़ा ऊपर जाए, लेकिन यह वो हेल्दी वज़न है जिसे हम सब चाहते हैं! इसे वज़न बढ़ना नहीं, बल्कि बॉडी का ट्रांसफॉर्मेशन कहते हैं। इसलिए, हाँ, स्पिरुलिना मसल गेन के लिए एक बेहतरीन सप्लीमेंट हो सकता है।

3. कैलोरी का सीधा-सा हिसाब
यह तो बेसिक गणित है। वज़न तब बढ़ता है जब आप ज़रूरत से ज़्यादा कैलोरी लेते हैं। अगर आप अपनी सामान्य डाइट (जो पहले से ही हाई-कैलोरी है) में कोई बदलाव किए बिना, ऊपर से स्पिरुलिना लेना शुरू कर देंगे, तो आप अपनी डाइट में कुछ अतिरिक्त कैलोरी जोड़ रहे हैं। भले ही वो थोड़ी ही क्यों न हों। स्पिरुलिना कोई 'ज़ीरो-कैलोरी' जादू नहीं है। इसे अपनी डाइट में एडजस्ट करना पड़ता है।
इस पूरे मामले को और अच्छे से समझने के लिए, आप का यह विस्तृत गाइड पढ़ सकते हैं, जो इसके पोषण संबंधी प्रोफाइल पर गहरी जानकारी देता है।
मेरा नज़रिया | यह एक औज़ार है, जादू की छड़ी नहीं
इतनी खोजबीन के बाद, मैं इस नतीजे पर पहुँचा हूँ स्पिरुलिना को एक औज़ार की तरह देखिए। एक हथौड़े से आप कील ठोक कर खूबसूरत तस्वीर भी टाँग सकते हैं, या फिर अपना ही अंगूठा ज़ख़्मी कर सकते हैं। गलती हथौड़े की नहीं, चलाने वाले की है।
अगर आपका लक्ष्य वज़न घटाना है, तो स्पिरुलिना को अपनी कम-कैलोरी डाइट और वर्कआउट प्लान का हिस्सा बनाएँ। अगर लक्ष्य मसल बढ़ाना या वज़न बढ़ाना है (हाँ, कुछ लोग वजन बढ़ाने के लिए स्पिरुलिना का उपयोग भी करते हैं), तो इसे अपनी हाई-कैलोरी, हाई-प्रोटीन डाइट में शामिल करें। SpiruSwastha पर और जानें कि कैसे सही उत्पाद आपकी मदद कर सकता है। उत्पाद का चुनाव भी बहुत मायने रखता है। मैं हमेशा भरोसेमंद स्रोतों से प्राकृतिक स्पिरुलिना कैप्सूल जैसे उत्पाद लेने की सलाह देता हूँ ताकि शुद्धता की चिंता न रहे।
अंत में, परिणाम आपके लक्ष्य और आपके समग्र जीवनशैली पर निर्भर करता है, अकेले स्पिरुलिना पर नहीं।
आपके मन के कुछ सवाल (FAQs)
अगर स्पिरुलिना लेने के बाद मेरा वज़न बढ़ रहा है तो क्या करूँ?
सबसे पहले, घबराएँ नहीं। चेक करें कि कहीं आप अनजाने में ज़्यादा कैलोरी तो नहीं ले रहे हैं। अपनी स्मूदी या शेक की सामग्री पर ध्यान दें। क्या आप साथ में कसरत कर रहे हैं? हो सकता है यह मसल गेन हो, जो अच्छी बात है। अगर आपको लगता है कि सब कुछ सही है फिर भी वज़न बढ़ रहा है, तो कुछ दिनों के लिए इसे बंद करके देखें और किसी डॉक्टर या डाइटिशियन से सलाह लें।
तो क्या वज़न घटाने के लिए स्पिरुलिना लेना बेकार है?
बिल्कुल नहीं! यह वज़न घटाने में एक बेहतरीन सहायक हो सकता है। बस तरीका सही होना चाहिए। इसे कम कैलोरी वाले भोजन के विकल्प के रूप में या अपनी भूख को नियंत्रित करने के लिए भोजन से पहले लें। यह आपके मेटाबॉलिज्म को भी हल्का सा बूस्ट दे सकता है, जो फैट बर्न करने में मदद करता है।
अगर वज़न नहीं बढ़ता, तो क्या स्पिरुलिना के कोई और साइड इफ़ेक्ट हैं?
हाँ, कुछ लोगों को शुरुआत में हल्के पाचन संबंधी मुद्दे, जैसे गैस या सूजन का अनुभव हो सकता है। और जैसा मैंने पहले कहा, सबसे बड़ा जोखिम है दूषित स्पिरुलिना, जिसमें हानिकारक धातु हो सकती है। इसलिए हमेशा एक प्रतिष्ठित ब्रांड चुनें। ऑटो-इम्यून बीमारियों वाले लोगों को भी इससे बचना चाहिए। स्पिरुलिना के साइड इफ़ेक्ट वजन बढ़ना सीधे तौर पर नहीं है, लेकिन गलत उपयोग से जुड़ी समस्याएँ हो सकती हैं।
वज़न बढ़ाने या घटाने के लिए इसकी कितनी मात्रा लेनी चाहिए?
मात्रा आमतौर पर एक ही रहती है, दिन में 1 से 5 ग्राम के बीच। असली फ़र्क इस बात से पड़ता है कि आप इसे कब और किसके साथ लेते हैं। वज़न घटाने के लिए, भोजन से पहले पानी के साथ लें। वज़न या मसल गेन के लिए, इसे अपनी प्रोटीन शेक या कैलोरी-युक्त भोजन के साथ लें।